Tata company ka malik kaun hai -अगर आप नहीं जानते कि टाटा कंपनी की स्थापना किसने और कब की या फिर वर्तमान में TATA कंपनी का मालिक कौन है?
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तो आपको ज्यादा फिक्र करने की कोई बात नहीं है आप जितना हो सके इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें अगर आप इस आर्टिकल को एक बार अंत तक पढ़ लेते हैं
तो आपको TATA से जुड़ी जितने भी सवाल है जैसे टाटा कंपनी का इतिहास, TATA कंपनी का मालिक कौन है और टाटा की कौन कौन सी कंपनी है? इन सभी के बारे में आपको पता लग जाएगा।
दोस्तों दुनिया में कुछ ही ऐसे गिने चुने कंपन्या है जो पिछले 150 सालो से दुनिया पर राज करती आ रही है और उन्ही में से एक है टाटा कमपनी जो करीब डेरसौ साल पुराणी हैं। तब से लेकर आज तक टाटा भारत के बड़ी कंपनी में से रही है और आज के समय में टाटा ना सिर्फ भारत में बल्कि 100 से भी ज़्यदा देसो में अपना झंडा लहरा रही हैं
आज देश के जीडीपी का एक तिहाई हिस्सा टाटा कंपनी के वजह से ही है ऐसे में अगर टाटा कंपनी बंद हो जाए तो देश के जीडीपी में काफी गिरावट आएगी और हजारों लोग बेरोजगार हो जाएंगे। वर्तमान में TATA कंपनी भारत के दिग्गज कंपनी में से एक हैं जिनके कार्स ट्रक्स और कई ऐसे प्रोडक्ट है जो भारत पर राज करती है। ना सिर्फ भारत बल्कि कई देशों में टाटा मोटर्स अपने दमदार कार्स से दुनिया में काफी नाम कमाती आ रही है। तो चलिए जानते है TATA Company का साम्राज्य कितना बड़ा है।
TATA कंपनी का मालिक कौन है? Tata Company Ka Malik Kaun Hai
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बता दें कि वर्तमान में टाटा कंपनी के मालिक रतन टाटा है। आज से करीब 154 साल पहले रतन टाटा के पिता के पिता जमशेदजी टाटा ने टाटा कंपनी की नीव रखी थी उनके देहांत के बाद उनके बेटे दोराबर जी टाटा ने अपने पिता के कई सपनों को पूरा किया जैसे कि टाटा स्टील की स्थापना की, टाटा हैड्रो इलेक्ट्रिक की स्थापना की
और फिर भारत में इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस वर्ल्ड क्लास इंस्टिट्यूट की स्थापना कर उन्होंने अपने पिता के सभी सपनों को पूरा किया फिर बारी आई जोरावर जी टाटा के बेटे रतन जी टाटा की बारी जो वर्तमान समय में टाटा कंपनी के मालिक हैं इन्होंने टाटा कंपनी को आज उस मुकाम तक लेकर के आए हैं जिनका सपना शायद इनके पिता के पिता यानी जमशेदजी टाटा ने भी नहीं देखा था इसके बारे में आपको आगे पढ़ने को मिलेगा।
टाटा कंपनी की स्थापना कब और किसने की ?
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आज से करीब 154 साल पहले टाटा कंपनी का स्थापना जमशेदजी टाटा ने किया था जमशेदजी टाटा का जन्म भारत आजाद होने से कई साल पहले 13 मार्च 1839 में गुजरात के छोटे से गांव में हुआ था। जमशेदजी टाटा के पिता का नाम नुस्सेरवांजी Tata और उनके मां का नाम जीवन वाइट टाटा था
जमशेदजी टाटा ने जब 1958 मैं अपना ग्रेजुएशन कंप्लीट कर लिए फिर उन्होंने अपना पैर अपने खुद के बिजनेस में फैलाने की सोची पर उस वक्त किसी भी नए बिजनेस को शुरू करना अपने आप में ही चुनौती भरा काम था। अब क्योंकि उस समय भारत पर अंग्रेजों का शासन था और सभी भारतीय अंग्रेजो के गुलाम थे जिसके कारण सभी को उनके कानूनों के हिसाब से चलना पड़ता था। फिर भी जमशेदजी टाटा ने जैसे तैसे करके टाटा कंपनी को सुरु किया
टाटा कंपनी का इतिहास
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जमशेदजी टाटा ने 1868 में मात्र ₹21000 की मदद से खुद की एक ट्रेडिंग कंपनी को चालू किए हालांकि यह कीमत आज के समय में मामूली सा लगता है लेकिन उस जमाने में इसकी कीमत बहुत ही ज्यादा थी। फिर ट्रेडिंग कंपनी के तौर पर ही टाटा कंपनी ने अपनी नींव रखी उसके बाद जमशेदजी टाटा ने मुंबई में एक खाली परे ऑयल मिल को खरीदा और उस ऑयल मिल को कॉटन मिल में तपदील कर दिया।
फिर दो साल बाद जमशेदजी टाटा ने फायदे देख उन्होंने अपने उन्हीं कॉटन मिल को अच्छे मुनाफे में बेच दिया, बाद में साल 1874 में इन्होंने फिर से एक कॉटन मिल को खरीद लिया बस तब से ही टाटा इंडस्ट्री की शुरुआत हुई दोस्तों अब जो मैं आपको बताने जा रहा हूं जमशेदजी टाटा के बारे में वह शायद ही आप जानते होंगे एक बार की बात है जब जमशेदजी टाटा मुंबई के वेस्टर्न होटल में गए जो उस समय वेस्टर्न होटल जैसा सायद ही कोई होटल भारत में था जब वे वहां पहुंचे तो उन्हें अंदर जाने से मना कर दिया गया
और माना जाता है कि उस होटल के गेट पर कुछ इस तरह से लाइन लिखी गई थी कि कुत्तों और भारतीयों का अंदर आना मना है। और जब जमशेदजी टाटा ने वह देखा तो उन्होंने अपने जीवन का चार उद्देश्य बना लिया जिसमे पहला आयरन और स्टील कंपनी की स्थापना करना दूसरा वर्ल्ड क्लास इंस्टिट्यूट खोलना तीसरा हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्लांट लगाना और चौथा और सबसे बड़ा उद्देश्य की वर्ल्ड क्लास होटल खोलना
हालांकि इन सभी सपनों में से जमशेदजी टाटा अपने जीते जी बस होटल खोलने का सपना ही पूरा कर सके जो उनका सबसे बड़ा सपना था और 1904 में 65 साल की उम्र में उनका देहांत हो गया लेकिन उनके सपने पर ब्रेक नहीं लगा और अपने पिता के सपने पूरे करने आए उनका बेटा दोराबजी टाटा उन्होंने अपने पिता के सभी सपनों को पूरा करना शुरू किया दोराबजी टाटा ने अपने पिता के देहांत के 3 साल बाद 1960 में टाटा स्टील की शुरुआत की,
वही 1911 में देश के लोगों के लिए इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस वर्ल्ड क्लास इंस्टिट्यूट खोलें और उनके पिता का जो आखरी सपना था हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्लांट लगाने का उन्होंने उसे भी साल 1919 में पूरा कर दिया बाद में दोराबजी टाटा, टाटा ग्रुप के चेयरमैन बन गए और दोराबजी टाटा अपने इस पद पर रहते हुए टाटा ग्रुप ने बुलंदियों की उन ऊंचाइयों को छुआ जिसकी लोग सिर्फ कल्पना ही कर सकते थें।
दोस्तो इन्होंने अपने जीते जी टाटा कंपनी के लिए बहुत कुछ किया जिसकी वजह से आज टाटा कंपनी ना सिर्फ भारत में बल्कि पूरी दुनिया में मशहूर है। फिर 1932 में दोराबजी टाटा का देहांत हो गया और उसके बाद आए उनके बेटे रतन जी टाटा जिन्होंने अपने पिता और अपने दादा के राह पर चलते हुए टाटा कंपनी को उन से भी आगे लेगये।
टाटा की कौन कौन सी कंपनी है?
दोस्तों जैसा कि आपने पढ़ा वर्तमान में टाटा भारत की सबसे बड़ी कंपनी है जिसके साथ टाटा मोटर्स टाटा स्टील टाटा हाइड्रो प्लांट जैसे अनेकों कंपनी जुड़ी हुई है अगर आपको पता नहीं कि टाटा की कुल कितनी कंपनियां है तो बता दूं कि टाटा ग्रुप का अभी तक कुल 96 से भी ज्यादा कंपनियां है जिसमें से टाटा स्टील टाटा मोटर टाटा हाइड्रो प्लांट टाटा होटल टाटा इंस्टीट्यूट यह सभी कंपनियां टाटा की मशहूर कंपनियों में से एक है इसी तरह टाटा के पास छोटे-बड़े कुल 96 से भी अधिक कंपनियां है।और यह कंपनी ना सिर्फ इंडिया में बल के 100 से भी ज्यादा देशों में फैली हुई है।
और तो और 2008 में रतन टाटा ने 2.8 बिलियन डॉलर की डील में जगुआर और लैंड रोवर जैसे कार कंपनी को भी खरीद लिया जो आज ना सिर्फ भारत में बल्कि अन्य देशों में भी इस कार की काफी चलती है। पर दोस्तों यह तो थे टाटा की सबसे बड़ी और मशहूर कंपनियां लेकिन अगर आप टाटा के हर वह छोटे-बड़े कंपनी के बारे में जानना चाहते हैं तो आप नीचे दिए इस वीडियो को देख सकते हैं जिसमें टाटा की हर वह कंपनी है जो आज टाटा ग्रुप्स चला रही है।
टाटा कंपनी किस देश की है
अगर आप नहीं जानते कि टाटा किस देश की कंपनी है तो बता दूं कि टाटा भारत की कंपनी है जो आज ना सिर्फ भारत में बल्कि पूरी दुनिया में अपने बेहतरीन कार इंटीरियर जैसे कई कंपनियों के लिए जानी जाती है टाटा कंपनी की शुरुआत आज से करीब 154 साल पहले जमशेदजी टाटा ने किया था और तब से लेकर आज तक टाटा भारत की नंबर वन कंपनी रही है।
टाटा की कितनी कंपनी है?
वर्तमान में टाटा की कुल 96 से भी अधिक कंपनी है जो 100 से भी ज़्यदा देसो में फैली हुई है।
टाटा मोटर्स का मुख्यालय कहाँ है?
आज टाटा कंपनी का सबसे प्रसिद्ध कंपनी है TATA मोटर्स और अगर आपको नहीं पता की टाटा मोटर्स का हेडक्वार्टर्स कहा है तो बता दू के टाटा मोटर्स का हेडक्वार्टर्स मुंबई महाराष्ट्र में है।
टाटा कंपनी की स्थापना कब हुई
टाटा कंपनी की स्थापना आज से करीब 154 साल पहले 1868 को जमशेदजी टाटा ने किया था।
टाटा कंपनी किस देश की है
बता दूं कि टाटा भारत की कंपनी है जो आज ना सिर्फ भारत में बल्कि दुनिया के 100 से भी ज़्यदा देसो में इनकी अलग – अलग कंपनी है।
आखरी दो शब्द-
तो दोस्तों मैं उम्मीद करता हु कीटाटा कंपनी का इतिहास, TATA कंपनी का मालिक कौन है और टाटा कंपनी से जुड़े जितने भी सबल आपके मन में थे उसका जबाब आपको इस लेख के जरिये मिल गया होगा और अब आप जान गए होंगे की टाटा कंपनी का साम्राज्य कितना बड़ा हैं अगर आपको इससे जुड़ी कोई भी सबाल या इस लेख से जुड़ी शिकायत हो तो आप हमे कमेंट कर सकते हैं, जिसका रिप्लाई में जल्द ही ढूँगा धन्यवाद